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आरआईएल 100 अरब डॉलर का राजस्व पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी



भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) , 6 मई 2022 को चौथी तिमाही 2022 के परिणाम घोषित होने के बाद 100 अरब डॉलर के राजस्व का आंकड़ा पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई है।

वित्तीय वर्ष 2021-22 में, आरआईएल का वार्षिक राजस्व 792,756 करोड़ रुपये (104.6 बिलियन डॉलर) था, जो 2020-21 की तुलना में 47% अधिक है।
कर देने के बाद कंपनी का वार्षिक लाभ ₹ 67,845 करोड़ ($9 बिलियन) था, जो 2020-21 की तुलना में 26.2% की वृद्धि है।
रिलायंस ने अपने खुदरा, डिजिटल सेवाओं और तेल एवं गैस कारोबार में मजबूत वृद्धि दर्ज की।
इसके वार्षिक परिणाम की मुख्य विशेषताएं
खुदरा व्यापार
आरआईएल ने अपने खुदरा कारोबार के लिए रिलायंस रिटेल कंपनी की स्थापना की है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 में, रिलायंस रिटेल का वार्षिक राजस्व ₹199,704 करोड़ (26.3 बिलियन डॉलर) था, जो 2020-21 की तुलना में 26.7% अधिक है।
दूरसंचार व्यवसाय
आरआईएल का टेलीकॉम बिजनेस रिलायंस जियो कंपनी के जरिए किया जाता है ।
2021-22 वित्तीय वर्ष के लिएइसका सकल राजस्व ₹95,804 करोड़ ($ 12.6 बिलियन) था, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 17.1% अधिक था।
तेल से रसायन व्यवसाय:
आरआईएल ने गुजरात के जामनगर में दुनिया की सबसे बड़ी स्टैंडअलोन तेल रिफाइनरी स्थापित की है।
इसके तेल से रासायनिक व्यवसाय का राजस्व 500,900 करोड़ रुपये (66.1 बिलियन डॉलर) था, जो 2020-21 की तुलना में 56.5% की वृद्धि है।
यह कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और डाउनस्ट्रीम पेट्रोलियम उत्पादों की उच्च कीमतों की प्राप्ति के कारण यह वृद्धि हुई ।
तेल और गैस कारोबार
आरआईएल आंध्र प्रदेश में कृष्णा गोदावरी बेसिन मेंगैस क्षेत्र का संचालन करती है।
इसने केजी (कृष्णा-गोदावरी) डी6 (धीरूभाई कुआँ नंबर 6) गैस कुआँ से अधिक गैसउत्पादन के कारण 7,492 करोड़ रुपये कमाए।
आरआईएल
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की स्थापना 1973 में धीरूभाई अंबानी ने की थी
यह भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की कंपनी है
मुख्यालय: मुंबई
अध्यक्ष: मुकेश अंबानी

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